फैशन-डिजाईन: Fashion Design Rules in Astrology
फैशन की दुनिया बहुत विशाल हैं जिसमें रचनात्मक कौशल दिखाने के अवसर खोजते आज के युवा नवीन फैशन की ओर बहुत जल्दी आकृषित होते हैं जिससे उनका फैशन डिजाईनिंग की तरफ उनका रुझान बढ़ रहा हैं। इसका प्रभाव बच्चों से लेकर हर उम्र तक देखा जाता हैं। इस व्यवसाय में जाने के लिए व्यक्ति के पास कलात्मक कौशल के साथ समर्पण और उत्साह का होना आवश्यक हैं। आज के बढ़ते विकसित समय में फैशन का बहुत बोलबाला हैं जिससे यह व्यवसाय युवाओं के लिए आय और गलैमर का अच्छा साधन हैं। फैशन के इस दौर में बहुत से घटक हैं जैसे आभूषण, कपड़े, एनीमेशन, कंप्युटर एड़ेड़, आंतरिक साज-सज्जा और सौंदर्यीकरण के कार्य आज के फैशन में मुख्य रोल निभा रहे हैं। अगर आपका भी रुझान फैशन में हैं तो आईये जाने कि ज्योतिष में इसके क्या योग हैं जो आपके पास भी एक डिजाईनर बनाने के ग्रह हैं और कितने मज़बूत योगों के साथ हैं।
हम कोई भी शिक्षा ले या फिर उसके व्यवसाय के लिए बहुत ही निवेश किया जाता हैं, जिसके लिए समय से ही योजना करनी होती हैं, फिर चाहे कोई भी चुनौती या बाधा आये जिसमें हम पीछे मुड़ कर देखेंगे तो बहुत हानि उठानी पड़ती हैं। वैदिक ज्योतिष में हम अपने सितारों के माध्यम से यह जान सकते हैं कि कौनसा पेशा हमारे लिए उपयुक्त हैं। जिसके लिए हमें भाव, ग्रह और राशियों के साथ नक्षत्र को समझतें हैं। यहां ज्योतिष आपकी इस व्यवसाय में मदद करेगा कि कौनसे ग्रहों के संबंधों से आप अच्छे ड़िजाईनर बन सकते हैं। ज्योतिष सीखनें के लिए यहां देखें!
भाव: तृतीय (प्रतिभा), नवम (विशेष शिक्षा) और द्वादश (तृतीय का कर्म स्थान, विदेशों से प्रतिभा का अवसर, इंटीरियर) इन भावों का संबंध फैशन के काम को हरी झण्डी दिखाता हैं।
ग्रह: रचनात्मक और श्रृंगार के कारक शुक्र और नयी कृत्तियों को प्रकाश में लाने में मन के कारक चंद्रमा का सहयोग मिलना उत्तमता की निशानी हैं। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को कपड़े के व्यवसाय का भी कारक कहा जाता हैं। अगर शुक्र का दशम, सप्तम लग्न से संबंध बन जाये तब यह भौतिकता के सुख के साथ बहुत प्रसिद्धि, सफलता और आय देता हैं। चंद्रमा और शुक्र के साथ होने से मन को बहुत रचनात्मक बनाता हैं। शुक्र और चंद्रमा का अपनी राशि या एक दूसरे की राशि में होने से ये संबंध बहुत मज़बूत हो जाता हैं और आप सौंदर्य और विलासिता की ओर आकृषित होंगे। अगर यही शुक्र छठे भाव में होगा तब आप नौकरी या सेवा से आय कमा सकते हैं। इसमें एक सेल्समैन बन कर भी कार्य कर सकता हैं और अपनी दुकान/बुटीक भी खोल सकता हैं। अगर शुक्र एकादश भाव में हैं तो जातक सुंदरता, रचनात्मकता, फैशन, कपड़े या लग्ज़री से अच्छी आय कमा सकता हैं
राहु का काम लीक से हट कर चलना, नया करना, जो सोचा भी नही वह कर जाना, नयी दिशायें खोज़ना सब राहु की कृपा से होता हैं। इसलिए राहु, शुक्र और चंद्रमा का मेल फैशन की दुनिया में चमत्कार कर देता हैं और नवीन विचार, उत्साह और दिखावे को बढ़ावा देता हैं। किसी भी प्रशन के लिए यहां क्लिक करें!
मंगल तथा शनि का 2/10 भावों पर प्रभाव जातक को कर्मठ बनाता हैं क्योंकि ये दोनो ग्रह ही सफल व्यक्ति बनाने की प्रेरणा देते हैं। यह ग्रह एनीमेशन और कंप्युटर की ड़िजाईनिंग में महारत देते हैं। यहां अपनी प्रशंसा स्वयं करनी होती हैं और अपना गुनगान खुद गाना होता हैं। अपने क्रियाशीलता और आत्म-विश्वास को बनाकर रखना पड़ता हैं।
अमात्यकारक का संबंध राहु, शुक्र या चंद्रमा व 3, 9, 12 भावों से होना चाहिए। दशायें और गोचर के माध्यम से हम जान सकते हैं कि कब सफलता मिलेगी।
अन्य योगा: कुंड़ली में मालव्य योगा होना भी अच्छा फैशन डिजाईनर बनाता हैं यही शुक्र का संबंध दूसरे भाव के साथ हैं, तो जातक हेयर-स्टाईलिंग और मेकअप से जुड़ा कार्य करेगा। शुक्र का संबंध चंद्रमा के साथ प्रथम, तृतीय, दशम के साथ हो तो फैशन डिजाईनिंग में माध्यम से आय अर्जित करता हैं। हमसें मिलनें या बात करने के लिए सम्पर्क करें!
वही शुक्र के साथ मंगल का संबंध चतुर्थ भाव से हो तो वह घर से इंटीरियर डिजाईनिंग के व्यवसाय में रुचि लेगा। वही शुक्र अष्टम भाव में हैं और मंगल चतुर्थ भाव में और शनि दशम भाव में हैं तो जातक का झुकाव आंतरिक सजावट की ओर होता हैं।
+91-770-1950-631