पंच महापुरुष योग— फलदीपिका के अनुसार मंगल, बुध, गुरु, शुक्र व शनि द्वारा बनाए जाने वाले पांच प्रकार के योग कहे गए हैं, जिन्हें पंचमहापुरुष योग कहा जाता हैं। जब ये ग्रह लग्न या चंद्रमा से केंद्र में अपनी उच्च राशि अथवा स्वराशि में स्थित होते हैं, तो इन योगों का निर्माण करते हैं। इसमें सूर्य व चंद्रमा को शामिल नहीं किया गया हैं। अपने बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें!
महाभाग्य योग: जैसे नाम से ज्ञात होता हैं, यह योग अच्छा भाग्य देता हैं। स्त्री व पुरुष कुंड्लियो में यह योग अलग-अलग परिस्थितियों में बनता हैं। पुरुष की कुंड़ली में दिन का जन्म हो और लग्न, चंद्र और सूर्य बिषम राशि में हो तो महाभाग्य योग बनता हैं। स्त्री की कुंड़ली में रात्रि का जन्म हो और लग्न, चंद्र व सूर्य सम राशि में हो तो भी महाभाग्य योग बनता हैं। यह धन, समृद्धि, अच्छा स्वास्थ्य शासन व समाज में प्रतिष्ठा देता हैं।
ऐसा जातक बुद्धिमान, धनी, यशस्वी और दीर्घायु होता हैं। इस योग के कारण जातक को प्रारम्भ में परेशानी आती हैं या हानि होती हैं क्योंकि पहले ग्रह अपने नीच के होने का फल देता हैं फिर वही ग्रह नीच भंग होने से शुभ फलदायी भी हो जाता हैं जिससे जातक उन्नति के पथ पर अग्रसर हो जाता हैं। जिससे जातक सम्पत्तिवान व प्रतिष्ठा प्राप्त करता हैं। ज्योतिष सीखें!
+91-770-1950-631