शनि और गुरु के वक्रता का सफर- वैदिक ज्योतिष मे ग्रहों का परिवर्तन जीवन मे होने वाली घटनाओं को दिखाना है कि अब हमारे जीवन मे किस बदलाव का संकेत नज़र आने वाला है। जब भी कोई बडा ग्रह अपनी चाल मे परिवर्तन करता है तब सबसे पहले प्रभाव मौसम पर पड्ता है जिससे चाहे ठंडी-ठंडी हवा चले या बारिश के साथ आंधी तूफान आये। सबसे मंद गति का न्यायकारी शनि ग्रह 11 मई से 29 सितम्बर को अपनी ही मकर राशि मे वक्री होने जा रहे है और ज्ञान का कारक गुरु भी 14 मई से 13 सितम्बर तक वक्री रहेंगे जिसमे बीच मे 30 जून को वापिस धनु राशि मे गुरु का संचार होगा। ये दोनो ही ग्रह जब वक्री होते है तब आम जनता और देश मे बदलाव होता है अब अच्छा या बुरा नही मिला-जुला ही प्रभाव होता है क्योंकि कोई भी ग्रह शास्वत न बहुत अच्छा फल देता है और न ही सिर्फ बुरा फल देता है। इस समय मे पहले से देश पर सबसे बडी आपदा वायरस की है जिससे पुरा विश्व जूझ रहा है और अभी कही से आराम मिलता नज़र नही आरहा है जब तक कोई वैक्सीन नही बन आती है। 20 मई से राहु का गोचर मंगल के मृगशिरा नक्षत्र मे होगा जहां मंगल पहले से ही राहु के नक्षत्र मे संचार कर रहा है दोनो का आपस मे एक दुसरे के नक्षत्र मे गोचर करना इस समय मे आंतकवादी घटनाये बहुत होगी और नये कानून भी बहुत सख्ती से लागु होंगे। अचानक दैविक आपदाये भी आएगी जिससे नुकसान होते भी दिखाई देंगे। लोगो मे आपस मे भी आक्रोश की भावना घर करेगी जो आपसी तनाव का संकेत है। आर्थिक रुप से भी विकट समय रहेगा और छोटे लोगो के लिए संघर्ष का समय है जिससे मेहनत करने वाले विशेष रुप से परेशानी का सामना करेंगे। जब जून मे गुरु वापिस धनु राशि मे गोचर करेगा, जहां केतु पहले से ही विराज़मान है उस समय मे हो सकता है इस वायरस मे बदलाव आएगा क्योंकि जब इस वायरस का आगमन हुआ था तब भी गुरु केतु के साथ ही गोचर कर रहा था और लोगो को तब भी बहुत सावधानी से चलना है साथ ही अफवाहों से बचना है किसी की बातो मे नही आना है नही तो व्यर्थ मे तनाव की स्थिति बन जाएगी।
यह वायरस अपना रुप बदलेगा और इस समय मई-जून-जूलाई मे पानी से भी सावधानी रखनी है किसी तरह की दूसरी इंफेक्शन/फ्लू वाली बीमारी भी परेशान कर सकती है। ग्रहों के अनुसार सितम्बर तक कोई वैक्सीन जरुर मिलेगी चाहे वह किसी रुप मे भी हो तभी देश इस वायरस से लडने को तैयार होगा तब तक बहुत ही अनुशासन के साथ जीना होगा तभी हम सब स्वस्थ रह पाएंगे। इसी समय मे जैसे ही लोग अपनी नौकरी मे जाना शुरु होंगे और जो लोग नौकरी मे है वह जहां है वही रहे नौकरी एक बदलाव के बारे मे इस समय मे नही सोचे जिससे नुकसान आपका ही होगा। आर्थिक स्थिति से लडने के लिए हमारे देश के व्यापारी फिर से तैयार होंगे और कमर कस के वापिस अपनी जिंदगी को दुबारा जीना जीना शुरु होंगे जिससे धीरे-धीरे अपने व्यापार को खडा करेंगे। यह समय कोई भी नया काम करने का नही है ना ही किसी तरह के बदलाव मे सोचना है। कुछ बडी पार्टियों की मान-प्रतिष्ठा मे भी हानि होती दिखाई दे रही है और इस समय मे ग्रहण भी लग रहे है और भुकम्प के झटके भी देश को डराएंगे। 23 सितम्बर से राहु भी मिथुन राशि छोड कर अपने मित्र शुक्र की राशि मे गोचर करने जा रहे है यह समय भी वायरस से राहत पाने का होगा।
तुला, कर्क, मकर और मीन राशि वालो को बहुत ही सावधान रहने की जरुरत है अपनी सेहत और मान-प्रतिष्ठा मे लापरवाही न करे और किसी के साथ कोई वादा कर रहे है तो निभाने के लिए भी तैयार रहे। अपनी ज़बान को बदले नही और नाही किसी धोखा देने की कोशिश करे नही तो यह शनि ऐसी पटकनी देगा कि आपके लिए खडा होना मुश्किल हो जाएगा।
इस कोरोना के खत्म होने के सपने देखने के बजाये अपने रोज़ाना नियमों मे बदलाव करे और सावधानी रखते हुए फासला रखे। हमे अपने जीवन की शैली को ही बदलना होगा तभी इस वायरस से बच सकते है। जोश मे आकर होश खोने के बजाये अपने आस-पास के लोगो का भी ध्यान रखे क्योंकि ये वायरस किसी से पूछ कर पास नही आएगा और अगर आगया तो आपके साथ आपके चाहने वालो और परिवार के लिए भी परेशानी का सबब बन जाएगा।
आपको भी इस गोचर से जुडे किसी सवाल या अन्य किसी समस्या से जुडे कोई परेशानी या समस्या का समाधान चाहिए तो राघावाया ज्योतिष आपकी सेवा के लिए हमेशा आपके साथ खडा है। हम आपको दशा से दिशा दिखाने का प्रयास करेंगे। +917701950631
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